खसखस में है अदभुत आयुर्वेदिक गुण
पौष्टिकता से भरा खसखस अपने औषधीय लाभों के कारण जाना जाता है। आइए जानें खसखस के स्वास्थ्य लाभ में से कुछ लाभों के बारे में। १. खसखस खसखस किडनी के आकार का बीज होता है। इसे लोग पॉपी सीड के नाम से भी जानते हैं। खसखस प्यास को बुझाता है और ज्वर, सूजन और पेट की जलन से राहत दिलाता है और यह एक दर्द-निवारक भी है। लंबे समय से ही प्राचीन सभ्यता में इसका इस्तेमाल औषधीय लाभों के लिए किया जाता है।
पोषण खसखस के बीज ओमेगा-6 फैटी एसिड, प्रोटीन, फाइबर का अच्छा स्रोत हैं। इसके अलावा इसमें विभिन्न फाइटोकेमिकल्स, विटामिन बी, थायमिन, कैल्शियम और मैंगनीज भी होता हैं। इसलिए खसखस को एक उच्च पोषण वाला आहार माना जाता है।
अनिद्रा खसखस नींद से जुड़ी समस्याओं में मदद करता है क्योंकि इसके सेवन से आपके अन्दर सोने के लिए मजबूत इच्छा पैदा होती हैं। अगर आप भी अनिद्रा की समस्या से परेशान हैं, तो सोने से पहले खसखस के पेस्ट को गर्म दूध के साथ सेवन करना समस्या में बहुत प्रभावी साबित हो सकता है।
कब्ज खसखस फाइबर को बहुत अच्छा स्रोत हैं। इसमें इसके वजन से लगभग 20-30 प्रतिशत आहार फाइबर शामिल होता हैं। फाइबर स्वस्थ मल त्याग में और कब्ज की समस्या को दूर करने में बहुत लाभकारी होती है। लगभग 200 ग्राम खसखस आपके दैनिक फाइबर की जरूरत को पूरा कर सकता हैं।
श्वसन संबंधी विकार खसखस के बीज में शांतिदायक गुण होने के कारण यह सांस की बीमारियों के इलाज में बहुत कारगर हो सकता है। यह खांसी को कम करने में मदद करता है और अस्थमा जैसी समस्याओं के खिलाफ लंबे समय तक राहत प्रदान करता है।
एंटीऑक्सीडेंट माना जाता है कि खसखस में बहुत अधिक मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होने के कारण इसमें अद्भुत एंटीऑक्सीडेंट गुण होते है। ये एंटीऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल के हमलों से अंगों और ऊतकों की रक्षा करते है। इसलिए इन सब खतरों से बचने के लिए हमें अपने आहार में खसखस को शामिल करना चाहिए।
किडनी में पथरी खसखस किडनी में पथरी के गठन को रोकने में बहुत कारगर होता है। खसखस में मौजूद ओक्सलेट्स शरीर से अतिरिक्त कैल्शियम को अवशोषित करता है, जिससे किडनी में क्रिस्टलीकरण रोकने में मदद मिलती है। यह सब किडनी में पथरी को बनने से रोकता है।
शांतिकर औषधि सूखी खसखस को प्राकृतिक शांति प्रदान करने वाली औषधि माना जाता है क्योंकि इसमें थोड़ी से मात्रा में ओपियम एल्कलॉइड्स नामक रसायन होता है। यह रसायन तंत्रिका की अतिसंवेदनशीलता, खांसी और अनिद्रा को कम करते हुए आपकी तंत्रिका तंत्र पर एक न्यूनतम प्रभाव उत्पन्न करती है।
दर्द-निवारक खसखस एक लोकप्रिय दर्द-निवारक भी है। खसखस में मौजूद ओपियम एल्कलॉइड्स नामक रसायन होता है, जो दर्द-निवारक के रूप में बहुत कारगर होता है। खसखस को दांत में दर्द, मांसपेशियों और नसों के दर्द को दूर करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
त्वचा की देखभाल आयुर्वेद में तो हमेशा से ही खसखस को त्वचा के लिए अच्छा माना जाता है। यह एक मॉइस्चराइजर की तरह काम करता है और त्वचा की जलन और खुजली को कम करने में मदद करता है। इसके अलावा इसमें मौजूद लिनोलिक नामक एसिड एक्जिमा के उपचार में भी मददगार होता है।