I AM WO(HU)MAN
Today is International Women’s day. People expect women to talk about their achievements, their struggles. I want to share a lot today.
एक बार मैं एक जॉब के लिए गई | मुझे जॉब मिलने में कोई तकलीफ नहीं हुई | भगवान की कृपा रही है कि इस सिलसिले में कभी तकलीफ नहीं हुई | मगर ऐसा भी कुछ हुआ कि फिर दोबारा किसी की नौकरी बजाने की इच्छा नहीं हुई | जॉब देते समय मुझसे कहा गया कि तुम एक फीमेल हो, इसलिए हम ये जॉब तुमको ही देंगे| सुनकर अच्छा लगा था और अजीब भी | खैर नौकरी शुरू हुई | एक दिन मुझसे कहा गया कि जाओ और बैंक में पैसे जमा करके आओ | अमाउंट था करीब तीन लाख रूपये | मई की तपती गरमी, माइग्रेन की अक्सर होने वाली समस्या के चलते मैंने मना किया | मगर नौकरी की ज़रूरत बताते हुए मुझे भेजा गया | ऑफिस से बैंक बहुत दूर था | किसी तरह मैं काम करके लौट आई, काम जल्दी हो गया था | बॉस ने हँसते हुए मुझे कहा कि तुम फीमेल हो, इसलिए तुम्हें भेजा क्योंकि मुझे पता है कि फीमेल को देखकर लोग काम जल्दी कर देते हैं | यह बात मुझे आहत कर गई | मगर यह सिलसिला रुका नहीं | मुझे अक्सर ऐसे काम दिए जाते थे, क्योंकि (पुरुष)बॉस को मेरे महिला होने का फायदा मिलता था | मैंने नौकरी छोड़ दी |
आज मैं अपने घर बैठकर अपने काम करती हूँ | अपने पिता का ध्यान रखती हूँ | मेरे लिए मेरे पिता सबकुछ हैं | मेरे पिता ने कभी भी बेटे बेटी में फर्क नहीं किया, इसीलिए आज दुनिया भर के तनाव के चलते भी मैं दृढ़ होकर खड़ी हुई हूँ | उनसे मैंने मुस्कुराना सीखा है, हर तरह की तकलीफों को हँसते हुए झेलना सीखा है | महिला होने का मैंने कभी फायदा उठाने की कोशिश नहीं करी | कई दफ़ा मुझसे लोगों ने कहा कि हमारा फलां फलां काम कर दो क्योंकि तुम्हें देखकर काम जल्दी हो जायेंगे | मैंने इन बातों का सख्ती से विरोध शुरू कर दिया | इसकी वजह से बहुत से लोग मुझसे दूर हो गए जिसका मुझे कोई गम नहीं | आज जब मैं बहुत से महिलाओं के साथ होते अत्याचार देखती हूँ, सुनती हूँ, तो मुझे लगता है कि कहीं न कहीं हमारी परवरिश में भी कमी है | जब सभ्य घर के पुरुष ही ऑफिस की महिला के महिला होने का फायदा उठाना चाहते हैं, तो सड़क पर घूमते लोगों का क्या कहें |
I believe that God didn’t make a woman to be suppressed by man. HE made her to spread the feelings of affection and care, which she can do even while working in office, by showing concern over the right issues. Loving and caring do not mean physical concern, they are meant on humanitarian grounds. Man and woman were created to keep a balance on earth, so why should a woman be killed and suppressed and tortured? Why should a woman be “used” as a weapon to get things done?
My title WO(HU)MAN says it all. Every woman is a human just like everyone else. She is not an article. She may be physically weak as compared to men but that is how God made her. She did not become so by choice. She is a mother, daughter, sister, friend and mother again in all senses. Men deserve equal respect. It is only a matter of respecting each other, it is not about treating each other as per wish. The boundaries created between men and women were not mean to suppress a woman. They were meant to safeguard a woman so that the eternal balance of nature can be maintained.
और ज्यादा कुछ कहना अति होगी | इसलिए सभी से निवेदन है कि किसी महिला का फायदा उठाने के बजाए उसका उतना आदर तो करें जितना अपनी माँ या बहन का करते हैं | उसे पहले इंसान मानें
– Monika Goyal