जनता के नाम मानवता का सन्देश #one2all की तरफ से
भारत एक ऐसा देश है जहाँ विभिन्न धर्म पाए जाते हैं | इन धर्मों के बारे में हम सभी जानते हैं | हमें शुरू से
भाई चारा निभाने और सभी को समान नज़र से देखना सिखाया गया है | हम यहाँ किसी पद या ओहदे की
बात नहीं करते क्योंकि जब हमारे देश में विभिन्न धर्मों की कोई बात नहीं थी जैसे कि रामायण और महाभारत
के ज़माने में, तब से एक ही पाठ पढ़ाया जाता रहा है और वो है मानवता का पाठ | मनुष्यों के साथ शिष्टाचार
को बढ़ावा देते हुए सभी ऋषि मुनियों ने एक ही बात सिखलाई कि मानवता सबसे बड़ा धर्म है |
यदि आज के सभी धर्म ग्रंथों के हिसाब से भी चलें और उन्हें बारीकी से पढ़ें तो सभी का सार है “मानवता” |
जातिवाद ने पाँव पसारे जरूर, किन्तु धर्म के सबक नहीं बदले | कभी बदलेंगे भी नहीं | हमारे देश में आपसी
तालमेल से जीवन व्यतीत करने की शिक्षा बच्चों को होश संभालते ही देनी नहीं पड़ती, वे तो ये सब परिवार में
देखते हुए ही सीख जाते हैं | गीली मिट्टी के समान होते हैं बच्चे, इसलिए हम सभी का कर्तव्य है कि हम
धर्मों की एकता का पाठ अपने अन्दर उतार कर बच्चों को सिखाएं और अपने देश की तरक्की में योगदान दें
ना कि बाधा बनें |
आए दिन होने वाले फसादों और घटनाओं ने इंसान का दिल झकझोर कर रख दिया है | यदि उचित शिक्षा दी
जाए और सामंजस्य बना कर रखा जाए तो ये परेशानी हमेशा के लिए ख़त्म हो जाए,ऐसा हमारा विचार है |
इसी विचार के साथ आप सबका ध्यान हर ऊंच नीच से हटाकर हम सभी से निवेदन करते हैं कि देश को सुद्रढ़
करने के लिए आगे बढ़ें |
जय हिन्द जय भारत