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आजकल हर किसी को आँखों की कोई न कोई समस्या रहती है | जलन, आँख से पानी बहना, आँखों की थकान वगैरह-वगैरह | ये बहुत ही सामान्य सी बात हो गई है कि हम बहुत ज्यादा समय कंप्यूटर के सामने बिताते हैं, और जब कंप्यूटर बंद कर रखा हो तो मोबाइल फ़ोन पर लगे रहते हैं | ऐसी स्थितियों में सबकी आँखें कमज़ोर हो ही रही हैं |

असल में हम कंप्यूटर के सामने इतने ज्यादा घंटे बिताते हैं कि पलकें झपकाना तो भूल ही जाते हैं | इस कारण से हमारी आँखों में ड्राईनेस की समस्या आम हो चली है | कंप्यूटर के सामने बैठने के बाद हमको बार बार पलकें झपकाना बहुत ज़रूरी है | ऐसा करना अगर हमारी आदत में नहीं है, तो हमको आगे चलकर बहुत परेशानी उठानी पड़ सकती है | आप सोचने लगे होंगे कि हाँ ये बात तो सही है, हम एकटक कंप्यूटर स्क्रीन को देखते रहते हैं और पलकें झपकाने का विचार हमारे आस-पास भी नहीं फटकता |

अब ये तो लगभग असंभव सी बात है कि हम कंप्यूटर को तिलांजलि दे दें | हमारे सारे काम पेपर-फ्री क्रान्ति के चलते कंप्यूटर के द्वारा ही होते हैं | आसान भी लगता है कि घर बैठे हम अपने अलग अलग बिल का पेमेंट भी ऑनलाइन कर रहे हैं, लाइन में लगने के झंझट से बच रहे हैं | तो बस इतना ध्यान रखिये कि पलकें झपकाना बेहद ज़रूरी है | ऐसा करने से दिमाग भी सक्रिय होता है और पलकें झपकाने के फलस्वरूप आँखों में जो लिक्विड यानि तरल बनता है वो हमारी आँखों को ड्राईनेस से बचाता है | तो यह आदत स्वयं भी डालें और अपने साथियों को भी बीच-बीच में टोककर उन्हें पलकें झपकाने की याद दिलाते रहें | जब भी घर में फ्री बैठे हों, पांच मिनट का समय अपनी आँखों के लिए निकालें और ककड़ी की स्लाइसेस अपनी आँखों पर रखकर कुछ देर आराम भी कर लें |