क्या सलूक किया जाए
क्या सलूक किया जाए? क्या बचपन की सुधार प्रक्रिया सही नहीं होती?
एक परिवार से मिलना हुआ | बहुत दुखी थे वो लोग | उनके किसी अपने ही सदस्य ने उनके साथ धोखा किया | सुनकर आश्चर्य तो होता ही है | मगर यह भी सत्य है कि अपने ही सबसे पहले दुःख देते हैं | इस नाज़ुक स्थिति का अवलोकन किया गया तो समझ में आया कि बचपन की पिटाई बहुत हद तक इन्सान का जीवन सुधारती है |
विदेशों में यदि आप किसी बच्चे पर हाथ उठाते हैं तो जेल जाने की नौबत आती है | उनके यहाँ के संस्कार भारत के संस्कारों से बहुत ही अलग हैं | इसलिए हम वहां के कायदे क़ानून का विश्लेषण नहीं करेंगे | मगर बच्चों को सुधारने की जहाँ तक बात है, तो भारत इस मामले में सही है | यदि बच्चा कोई छोटी गलती करे तो उसे समझाया जा सकता है | मगर यदि वह बहुत बड़ी गलती करे तो एक चांटा उसको लगाना ज़रूरी होता है | इससे बच्चे को स्थिति की गंभीरता समझ में आती है |
इस परिवार में कई लोग हैं, शामिल परिवारों में ऐसा ही होता है | जब बच्चे छोटे थे, तो सभी को गलतियों के लिए डांट और मार झेलनी पड़ती थी | मगर ये जो सबसे बड़ा बच्चा था, वो हर समय बड़ा होने के कारण ऐसी स्थितियों से बचता गया | ज़ाहिर सी बात है कि अक्सर परिवारों में सबसे बड़े बच्चे को अक्सर माफ़ कर दिया जाता है | शायद सबसे बड़ा होने की वजह से वह सबका लाड़ला होता है, लाड़ला ना भी हो तो उसके साथ घर के लोगों का बर्ताव अक्सर पक्षपात वाला होता है | इस बच्चे ने भी गलतियाँ कर कर के मौके का फायदा उठाना शुरू कर दिया और कई बार उसकी हरकतों की किसी को कानों कान खबर भी नहीं होती थी |
अब यही बच्चा बड़ा होकर अपने ही घरवालों के साथ धोखेबाजी कर अपनी ज़िंदगी मजे से बिताने में परहेज़ नहीं करता | अब जब उसकी कारस्तानियाँ पकड़ में आ गईं हैं, तो सवाल यह है कि अब उसके क्या सलूक किया जाए | परिवार वाले भावुक हो जाते हैं कि अपनी औलाद को अब क्या कहें, कैसे कहें | मगर इसका हल निकालना उनके लिए अब ज़रूरी है, बाकी लोगों की ज़िंदगी का सवाल जो है |
हमको यह समझ लेना चाहिए कि बच्चों से मार पिटाई गलत नहीं है, बल्कि उनका जीवन सही राह पर लाने के लिए आवश्यक है | हम यह नहीं कहते कि सब बच्चे एक जैसे होते हैं, मगर आजकल पैसा बहुतों के सर चढ़कर बोलने लगा है | लोग अपनों की पीठ में खंजर मारने जैसा काम करते हैं |
इस परिस्थिति के आधार पर आप क्या कहते हैं ? क्या बच्चों को मारना गलत है ? उचित मार्गदर्शन के लिए उठाया जाने वाला पिटाई का कदम क्या गलत है ?