Why Do We Join Our Palms For Greeting, As In ‘Namaste’ Or ‘Namaskar’?
Why Do We Join Our Palms For Greeting, As In ‘Namaste’ Or ‘Namaskar’?
It is our custom that we join palms together in ‘Namaste’ to greet a person as a mark of respect. On the other hand, if we articulate it from the scientific point of view, when we join palms together, tip of each finger also gets joined with one another. These tips stand for pressure points of mind, eyes and ears. When pressed, they make pressure points active and thus, we are able to memorize the person for longer. Furthermore, as we do not come into contact with the person physically, there are fewer chances of germs.
“नमस्ते” या “नमस्कार” के समय हम अपने हाथ क्यों जोड़ते हैं?
परम्परा के अनुसार हम अपने दोनों हाथों को जोड़कर “नमस्ते” करते अथवा कहते हैं | ये आदर का सूचक है | आइये,हम इसके वैज्ञानिक कारण को समझें |
जब हम अपने दोनों हाथ जोड़ते हैं तो हमारी उंगलियों के पोर आपस में जुड़ते हैं | ये पोर मनुष्य के दिमाग, आँखों और कानों के प्रेशर पॉइंट्स यानि दबाव बिंदु हैं | जुड़ते समय इन पर जो दबाव बनता है, उसके फलस्वरूप हमारी याददाश्त बढ़ती है और हम जिस इंसान के समक्ष हाथ जोड़ते हैं उसे हम लम्बे समय तक याद रखते हैं | इससे जुड़ी एक बात यह भी है कि क्योंकि हम हाथ जोड़ते समय किसी भी प्रकार से सामने वाले व्यक्ति को छूते नहीं हैं तो कीटाणुओं का आदान प्रदान भी नहीं होता है |