अजीबोगरीब शौक

अजीबोगरीब शौक  कुछ लोगों में एक अजीब पागलपन होता है | ऐसा जिसे हम सामान्य लोग सोच भी नहीं सकते | किसी को ऊटपटांग चीज़ें खाने का शौक होता, किसी को जोकरों जैसे कपड़े पहनने का | पता नहीं दुनिया में क्या क्या होता है !! शायद ये किसी बीमारी से ग्रस्त होते हैं | बिआन्का […]

बचपन मत छीनो

बचपन मत छीनो पेपर में आज ये शब्द देखते ही बहुत सारे ख़याल मन में उमड़ने लगे | सत्य ही तो है न कि बच्चों का बचपन लगभग छिन गया है | हम गाँव के बच्चों को मजदूरी करते देखते हैं | जिस उम्र में बच्चों को खेलना कूदना और पढ़ना चाहिए, उस उम्र में […]

ये तो हम सभी जानते हैं कि हर बात को कहने के कई तरीके होते हैं|

ये तो हम सभी जानते हैं कि हर बात को कहने के कई तरीके होते हैं | Expression या feeling चेंज होते ही बात का मतलब बदल जाता है | “ये क्या हो गया!!” इस बात को अगर गुस्से में कहा जाये तो अलग मतलब निकलेगा, आश्चर्य से कहा जाए तो अलग, प्यार से कहा […]

राजस्थान में तपती धूप में

राजस्थान में तपती धूप में भी व्यापार करने के लिए गाँव वालों को अकसर गाँव-गाँव शहर-शहर जाना पड़ता है| अब धूप हो तो प्यास तो लगेगी ही | जब वाटर कैम्पर या मिल्टन टाइप की बोतल का चलन नहीं था, तब भी ऐसी एक चीज़ थी जो पानी को ठंडा रखती थी | नहीं, हम […]

छुई-मुई एक ऐसा पौधे

एक गाना था “छुई मुई सी तुम लगती हो”…. क्या आप जानते हैं कि ये छुई-मुई क्या है ?  छुई-मुई एक ऐसे पौधे का नाम है जिसे हाथ लगाओ तो वो अपनी पत्तियां बंद कर देता है | आजकल यह पौधा गिने चुने स्थानों पर ही दिखता है, मगर पहले अक्सर घरों में इसे लगाया […]

आजकल हर किसी को आँखों की कोई न कोई समस्या रहती है|

आजकल हर किसी को आँखों की कोई न कोई समस्या रहती है | जलन, आँख से पानी बहना, आँखों की थकान वगैरह-वगैरह | ये बहुत ही सामान्य सी बात हो गई है कि हम बहुत ज्यादा समय कंप्यूटर के सामने बिताते हैं, और जब कंप्यूटर बंद कर रखा हो तो मोबाइल फ़ोन पर लगे रहते […]

टैटू बनवाना आजकल आम बात हो गई है|

टैटू बनवाना आजकल आम बात हो गई है | पुराने ज़माने से ही टैटू का चलन है | इसे हिंदी में “गोदना” कहा जाता है | पहले के ज़माने में लोग अपने नाम या अपने खानदान का नाम गुदवाते थे | चेहरे को सुन्दर बनाने के लिए भी बिंदीनुमा गोदने होते थे | महिलाएं अक्सर […]

कहीं धूप तो कहीं छाँव

अपनी मिट्टी से जुड़े रहने का फायदा हम सभी जानते हैं | अपनी यादें, अपनी ज़मीं, सब कुछ अपना सा, वही अपनी मिट्टी | मिट्टी से लिपी हुई जगह और उसपर केलू की छत पड़ी हो तो उसकी ठंडक का आनंद कुछ और ही है | एसी में वो मजा नहीं, जो खुली हवा खुले […]

इतिहास गवाह है कि कुछ राज़ खुले तो तबाही हुई है |

अगर सारे राज़ खुल जाएँ तो इतिहास का क्या होगा ? इतिहास गवाह है कि कुछ राज़ खुले तो तबाही हुई है और कुछ राज़ ऐसे हैं जिनके बारे में चर्चा होती ही रही है मगर कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया गया क्योंकि राज़ खुल जाएँ तो फिर शोधकर्ता बेचारे क्या करेंगे ?  ऐसे […]

मिट्टी का चूल्हा

क्या आपने कभी चूल्हे पर बना खाना खाया है ? ज़रूर खाया होगा | पहले घरों में कुकिंग गैस के आगमन के बाद भी मिट्टी के चूल्हे पर खाना बनाया जाता था | गैस तो तब काम में लेते थे जब घर में आए मेहमानों के लिए चाय बनानी होती थी | यहाँ तक कि […]