राजस्थान में तपती धूप में

राजस्थान में तपती धूप में भी व्यापार करने के लिए गाँव वालों को अकसर गाँव-गाँव शहर-शहर जाना पड़ता है| अब धूप हो तो प्यास तो लगेगी ही | जब वाटर कैम्पर या मिल्टन टाइप की बोतल का चलन नहीं था, तब भी ऐसी एक चीज़ थी जो पानी को ठंडा रखती थी | नहीं, हम […]
छुई-मुई एक ऐसा पौधे

एक गाना था “छुई मुई सी तुम लगती हो”…. क्या आप जानते हैं कि ये छुई-मुई क्या है ? छुई-मुई एक ऐसे पौधे का नाम है जिसे हाथ लगाओ तो वो अपनी पत्तियां बंद कर देता है | आजकल यह पौधा गिने चुने स्थानों पर ही दिखता है, मगर पहले अक्सर घरों में इसे लगाया […]
आजकल हर किसी को आँखों की कोई न कोई समस्या रहती है|

आजकल हर किसी को आँखों की कोई न कोई समस्या रहती है | जलन, आँख से पानी बहना, आँखों की थकान वगैरह-वगैरह | ये बहुत ही सामान्य सी बात हो गई है कि हम बहुत ज्यादा समय कंप्यूटर के सामने बिताते हैं, और जब कंप्यूटर बंद कर रखा हो तो मोबाइल फ़ोन पर लगे रहते […]
टैटू बनवाना आजकल आम बात हो गई है|

टैटू बनवाना आजकल आम बात हो गई है | पुराने ज़माने से ही टैटू का चलन है | इसे हिंदी में “गोदना” कहा जाता है | पहले के ज़माने में लोग अपने नाम या अपने खानदान का नाम गुदवाते थे | चेहरे को सुन्दर बनाने के लिए भी बिंदीनुमा गोदने होते थे | महिलाएं अक्सर […]
कहीं धूप तो कहीं छाँव

अपनी मिट्टी से जुड़े रहने का फायदा हम सभी जानते हैं | अपनी यादें, अपनी ज़मीं, सब कुछ अपना सा, वही अपनी मिट्टी | मिट्टी से लिपी हुई जगह और उसपर केलू की छत पड़ी हो तो उसकी ठंडक का आनंद कुछ और ही है | एसी में वो मजा नहीं, जो खुली हवा खुले […]
इतिहास गवाह है कि कुछ राज़ खुले तो तबाही हुई है |

अगर सारे राज़ खुल जाएँ तो इतिहास का क्या होगा ? इतिहास गवाह है कि कुछ राज़ खुले तो तबाही हुई है और कुछ राज़ ऐसे हैं जिनके बारे में चर्चा होती ही रही है मगर कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया गया क्योंकि राज़ खुल जाएँ तो फिर शोधकर्ता बेचारे क्या करेंगे ? ऐसे […]
मिट्टी का चूल्हा

क्या आपने कभी चूल्हे पर बना खाना खाया है ? ज़रूर खाया होगा | पहले घरों में कुकिंग गैस के आगमन के बाद भी मिट्टी के चूल्हे पर खाना बनाया जाता था | गैस तो तब काम में लेते थे जब घर में आए मेहमानों के लिए चाय बनानी होती थी | यहाँ तक कि […]
गिल्ली-डंडा

कहाँ गए वो दिन…कुछ यादें वो मेरा बचपन था | आज भी जब गाँव के लोगों को सर पर लकड़ी तोकते देखती हूँ, तो याद आता है कि ऐसी लकड़ियों की तलाश हमको भी रहती थी जब हम बच्चे थे | अच्छी लकड़ी ढूंढ कर के उसको छीलना, उसके एक कोने को नुकीला करना और […]
पगड़ी से जुड़े रोचक तथ्य

एक लम्बा कपड़ा जिसमें सिलाई नहीं होती जो प्रांत और समुदाय को पृथक करता है..पगड़ी | इसे बाँधने के कई तरीके हैं | इसकी पहचान करने में पारंगत लोग दूर से ही देखकर बता देते हैं कि कौन किस समुदाय अथवा प्रांत से सम्बन्ध रखता है | किसी समय में यह माना जाता था […]
अजमेर के कुछ ख़ास स्थान

अजमेर के पास स्थित फॉय सागर झील अप्राकृतिक झीलों में से एक है जिसे फॉय नामक एक अंग्रेज़ ने 1892 के अकाल के समय राहत कार्यों के तहत बनवाया था | ये झील एकदम समतल सी दिखती है और यहाँ से अरावली की पहाड़ियां नज़र आती हैं | यह एक पर्यटन स्थल भी है | […]