राठासन माता का प्राचीन मंदिर
राठासन माता का प्राचीन मंदिर . उदयपुर से निकल कर जैसे ही आप चिरवा टनल पार करते है , बाई हाथ की और ऊंची पहाड़ी पे एक मंदिर नज़र आता है , यही है राठासन माता का मंदिर . पहाड़ी की सर्वोच्च चोटी पर स्तिथ ये मंदिर बड़ा ही अद्धभुत है , ये मंदिर मेवाड़ राजघराने की सम्पति है और उन की ट्रस्ट के अंतर्गत इसका सञ्चालन होता है. यहाँ की प्राचीन मूर्तियों की सुंदरता देखते ही बनती है . यहाँ की बहुत ही दिव्य और चमत्कारी मंदिर की महिमा है . लगभग नीमज माता मंदिर से कुछ ज़्यादा चढाई है पर अगर आप नीमज माता मंदिर चढ़ सकते है तो यहाँ भी आप आसानी से पहुंच जायेंगे . यहाँ के देखरेख करने वाले और महंत बहुत ही अच्छे स्वाभाव के लोग है , बहुत अच्छे से आगंतुकों की अगवानी करना और मीठी बातो से आप का दिल जीतना यथा संभव आप की प्रसाद/ भोजन की मनवार करना यहाँ की ख़ास बात है और अगर आप उदयपुर HRH कार्यालय से अनुमति प्राप्त कर ले तो आप मदिर प्रांगण में रात भी गुज़ार सकते है . शाम की आरती का आनंद आप को परमेश्वर के इतना करीब ले आता है जिस का वर्णन संभव नहीं है ! और प्रातःकाल की मंदिर की सफाई और सेवा भी देखते ही बनती है . कुल मिला के अगर आप यहाँ नहीं आये तो ये कहना उचित होगा की आप ने उदयपुर के जीवन का एक अलौकिक क्ष्रण खो दिया है .