अजमेर के पास स्थित फॉय सागर झील अप्राकृतिक झीलों में से एक है जिसे फॉय नामक एक अंग्रेज़ ने 1892 के अकाल के समय राहत कार्यों के तहत बनवाया था | ये झील एकदम समतल सी दिखती है और यहाँ से अरावली की पहाड़ियां नज़र आती हैं | यह एक पर्यटन स्थल भी है | […]
Place to visit
Firozabad glass work उत्तरप्रदेश के फ़िरोज़ाबाद को “चूड़ियों का शहर” कहा जाता है | अकबर ने फ़िरोज़ शाह नामक व्यक्ति के नेतृत्व में एक सेना यहाँ भेजी थी ताकि लुटेरों का सफाया किया जा सके | फ़िरोज़ शाह का मकबरा आज भी यहाँ मौजूद है | इन्हीं फ़िरोज़ शाह के नाम से शहर का नाम […]
Mandana paintings are wall and floor paintings of Rajasthan and Madhya Pradesh. Mandana are drawn to protect home and hearth, welcome gods into the house and as a mark of celebrations on festive occasions. Village women in the Sawai Madhopur area of Rajasthan possess skill for developing designs of perfect symmetry and accuracy. The art […]
किशोर सागर और जगमंदिर पैलेस (Kishore Sagar and Jagmandir Palace) किशोर सागर झील 1346 में बूंदी के राजकुमार द्वारा बनवाई गई थी | इस झील की खूबसूरती सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करती है | इस झील के बीचों बीच एक द्वीप पर जगमंदिर पैलेस बना हुआ है | 1740 में बने जगमंदिर […]
जयपुर की मीनाकारी बहुत प्रसिद्द है | मीनाकारी हमेशा से सभी को अपनी ओर आकर्षित करती रही है | मीनाकारी की खूबसूरती ने हर किसी के मन में सवाल भी उठाएं है कि आखिर ये है क्या ? हमने जब इसके बारे में पढ़ना शुरू किया तो बहुत ही मजेदार तथ्य पता चले जो हम […]
चांदपोल ब्रिज हर शहर में कुछ जगहों के नाम ऐसे होते हैं जिनका ज़िक्र हम रोज़ करते हैं | इसी तरह की कुछ बात मेरे घरमें चल रही थी | शाम को एक बुज़ुर्ग मेहमान के सामने अगले दिन बाज़ार जाने का प्रोग्राम बना था, तो ऐसे तथ्य पता चले जिनके बारे में हम अचानक […]
राठासन माता का प्राचीन मंदिर . उदयपुर से निकल कर जैसे ही आप चिरवा टनल पार करते है , बाई हाथ की और ऊंची पहाड़ी पे एक मंदिर नज़र आता है , यही है राठासन माता का मंदिर . पहाड़ी की सर्वोच्च चोटी पर स्तिथ ये मंदिर बड़ा ही अद्धभुत है , ये मंदिर मेवाड़ राजघराने […]
बांसवाड़ा बसाने का कार्य किया था महारावल जगमल सिंह जी ने | इसे वागड़ के नाम से भी पुकारा जाता है | इस इलाके में बांस की बहुलता के कारण इसका नाम बांसवाड़ा पड़ा | माही नदी में 100 द्वीपों के कारण इसे “सौ द्वीपों के शहर”( city of hundred islands) के नाम से भी […]
भारतीय लोक कला मंडल की स्थापना 1952 में विश्वविख्यात लोककलाविद पदमश्री(स्व.) श्री देवीलाल सामर द्वारा की गई | लोक कला के संरक्षण, उत्थान, विकास और प्रचार प्रसार हेतु इस कला मंडल को स्थापित कर विश्व में विशिष्ट संस्कृति की पहचान लिए हमारा शहर उदयपुर चहुँ ओर ख्याति प्राप्त कर चुका है | लोक कला मंडल […]
उदयपुर का खूबसूरत गणगौर घाट वह घाट है जहाँ उदयपुर वासी पूरी श्रद्धा के साथ गणगौर पर्व के समापन के समय प्रतिमाओं का विसर्जन करते आये हैं | अब समस्त झीलों के पानी की शुद्धता को ध्यान में रखते हुए विसर्जन करने की मनाही है | हिन्दू त्योहारों के समय गणगौर घाट बहुत महत्वपूर्ण स्थान […]